नमस्कार दोस्तों! में हिन्दी पढ़ने केलिए , लिखने केलिए और भातें करने केलिए हिन्दी भाषा को मैंने छूना कूयूंकी मैने हिन्दी भाषा में ज्यादा लरनिं को्स हिन्दी में किया पर मैंने तोटे साल केलिए हिन्दी पढ़ने का या लिखने का बिल्कुल छोट ढिया कूयूंकी एकसाम में ढियान ढेने केलिए छोट ढिया मैंने तो उस वक्त से मैं हिन्दी को भूलने लगैई . भूलने में तो कोई दिक्कत नहीं है पर जब भी मेरे दोस्त मरे सात बात करते हैं उस समय मूछे बिल्कुल समझ नहीं आ रहा था उस समय मूछे भूरा लागा की मेरे सारे सारटीफीकेट और मेरा हिन्दी भाषा पाटाई बिल्कुल खच्चर हो गाया. तो मैंने उसी वक्त से वढा किया कि अगले भर मेंने मेरी पढ़ाई को खच्चर नहीं कारूंगी पर उसका उपयोग करके जिंढागी का सफल को प्रापत करूंगी .